Menu
blogid : 150 postid : 432

दिखावे का भी दोष है ….

सर झुकाकर आसमा को देखिये ...........
सर झुकाकर आसमा को देखिये ...........
  • 55 Posts
  • 992 Comments

पिछले कुछ दिन बहुत व्यस्तता भरे रहे.. लगन का समय है और जनसँख्या का एक बड़ा हिस्सा विवाह में व्यस्त है ..उसे न बजट की चिंता है न पेट्रोल और गैस के दाम की ….. अब आप कहेंगे की खुद तो विवाह कर लिया बाकी लोगो के विवाह से क्यों तकलीफ होने लगी.. तो साहब .. नाराज न हो कोई तकलीफ नहीं है.हमें .. …..

—————————————————————

वैसे तो लोग बेटी – बहन की शादी में हेलीकाप्टर देने लगे है .. मेरा क्या जाता है इसमें .. पर मै सोच में इसलिए पड गया था क्योकि मित्र की आर्थिक स्थिति इतनी बेहतर नहीं थी ..और ये सारा काम मात्र 4 -5 गाडियों में हो सकता था…इसमें धन और पेट्रोल की भी बचत होती... पर उफ़ ये हमारी देखने – दिखाने की आदत ..आज भी हम कर्ज लेकर हैसियत को दिखाने में लगे हुए है..

wedding-car

जब कीमते बढती है तो हम सरकार विरोधी झंडा उठाकर निकल पड़ते है सड़को पर.

………………………………………………………………………………….

सरकारी कार्यालयों में और कालोनियों में दिन भर 100 वाट के जलने वाले बल्ब ऐसी व्यक्तिगत कोशिशो को किस तरह हतोत्साहित करते है आप अंदाजा लगा सकते है, हम अपने स्तर से छोटे प्रयास नहीं करना चाहते .. और पानी बिजली , इंधन सबके लिए सरकार के नाम का रोना रोते है… लिंडसे लोहान को गाँधी जी की बात समझ में आ गई की परिवर्तन की शुरुआत स्वयं से करनी चाहिए ... पता नहीं हमें कितना वक्त लगेगा ?

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply to allrounderCancel reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh