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हार्दिक
शुभकामनाये
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ऑनलाइन होने पर पता चला की विजेता की घोषणा १४ जुलाई को ही हो चुकी है .. और आदरणीय आर.के .खुराना जी , के एम् मिश्र जी,अरविन्द पारीक जी,ने नए लेखको के सामने एक लक्ष्य रख दिया है ….बहुत हर्ष हुआ … खुराना जी , के एम् मिश्र जी और अरविन्द पारीक जी को टॉप थ्री में देख कर ..इन्होने अपने लेखो में हास्य और गंभीरता सभी गुणों का सम्मिश्रण दिखाया और विचारो की गहराई से तमाम मुद्दों पर लिखा .. इसतरह से एक लक्ष्य हम सभी के सामने रखा …
लक्ष्य ये नहीं की अगले कांटेस्ट में हम कैसे जीते…. बल्कि लक्ष्य ये है की हमारे लेखन की दिशा क्या हो ... लक्ष्य ये नहीं की अगला लैपटॉप या अधिकतम कमेंट्स किसे मिलेगा ..बल्कि लक्ष्य ये हो की जागरण के मंच का प्रयोग कैसे किया जाये की परिवर्तन का उद्देश्य पूरा हो… क्यों की परिवर्तन हम सभी चाहते है…..
अन्य प्रमाण की जरुरत नहीं है…इन सभी को बहुत बहुत बधाईया और हार्दिक शुभकामनाये…. ये युवा है [अंतिम सात] ,ओज से भरे है ..और ये समझते है देश और समाज की जरुरत को …. बस इन्हें ही सामने लाने के लिए जागरण ने ये मंच दिया था और मेरा विश्वास है की हम सभी मंच को निराश नहीं होने देंगे .
ये मंथन लगातार चलता रहेगा जबतक अमृत की प्राप्ति न हो जाये . बधाईया और शुभकामनाये जागरण मंच के अन्य कई नए और प्रतिभाशाली लेखको को …जिनपे मै दावा कर सकता हु की उन्होंने जागरण मंच कांटेस्ट के निर्णयको के मन पर बहुत दबाव बनाया होगा अपनी शशक्त लेखनी के द्वारा ..क्योकि मैंने कई ऐसे लेखको को स्वयं पढ़ा जो बेहद शानदार है…. उन्हें भी शुभकामनये ...
हम आभारी है जागरण मंच के जिसने हमें इस हिंदी के सबसे बड़े मंच का हिस्सा बनने का सौभाग्य दिया… जागरण एक राष्ट्रवादी मंच है ये सभी जानते है तो मित्रो हम सभी का प्रयास ये ही होना चाहिए की अपनी लेखनी से राष्ट्रवादी मूल्यों की किस तरह रक्षा करे और उनका प्रचार करे …व्यंग्य , कविता , कहानी, निबंध ,ब्लॉग किसी भी विधा के आप महारथी हो पर ये ध्यान रखे की हमारी रचना में कुछ सकारात्मक सन्देश जरुर हो… वह बाजारू न हो...
आइये हम अपनी रचनाओ में राष्ट्र की गरिमा का गान करे और आवाहन करे उस महाशक्तिशाली युवाशक्ति का जो अपने तप से नवनिर्माण को गति दे …
अपनी इन पंक्तियों के साथ इस लेख को समाप्त करूँगा …. जागरण के कांटेस्ट कि समाप्ति हो चुकी है उम्मीद है कि पुराने रथी ..और अधिक जागरूकता से लिखेंगे और नए ..लेखको को प्रोत्साहित करेंगे …
चार पंक्तिया ….
यदि लक्ष्य है मन में तो फिर संधान कर ,
आत्मा से शक्ति का आह्वान कर,
सोकर नहीं जीतेगा ये अब जान ले ….
तो जाग, रण के लिए.. जाग! प्रण के लिए
सभी विजेताओ को शुभकामनाये,
जागरण मंच और उसके सभी सदस्यों को प्रणाम ……..
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